दिल्ली और एनसीआर में 328 केंद्रों पर 57 हजार लोगों के रहने के इंतजाम किए गए

नई दिल्ली. दिल्ली और एनसीआर में लॉकडाउन का सबसे अधिक असर पड़ा है। देश के कई राज्यों से मजदूर तबके के लोग यहां आकर रह रहे थे, लेकिन लॉकडाउन ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उनके पास कोई रोजगार नहीं है। ऐसे में उनके सामने रहने और खाने दोनों की समस्या है। दिल्ली सरकार ने पलायन कर रहे मजदूरों या रेहड़ी-पटरी वालों के रहने और खाने दोनों की व्यवस्था की गई है। दिल्ली सरकार 1780 केंद्रों पर जरूरतमंदाें के लिए लंच और डिनर दे रही है। सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार काे बताया कि अब 10 लाख लोगों के खाने का इंतजाम हाे गया। 328 केंद्रों पर 57270 लोगों के रहने का इंतजाम किया है। अभी वहां पर केवल 11443 लोग रह रहे हैं। सीएम ने बताया, जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है। जो लोग गरीब हैं, उनको भी दिल्ली सरकार ने राशन देने की योजना बनाई है। कुछ दिन में हम राशन देना शुरू कर देंगे।